कहना तो बहुत कुछ चाहता हु तुझसे,
पर कह कहा पाता हूं।
सच तो है जीना है तेरे बगैर,
पर एक पल भी कहा रह पाता हूं।
कोशिश हर बार होती है तुझे भुलाने की,
पर एक पल भी कहा भूला पाता हूं।
कहना तो बहुत कुछ चाहता हु तुझसे,
पर कह कहा पाता हूं....................।
देखना चाहता हु हर रात सपने,
पर मैं खुद को सुला नही पाता हूं।
तू अगर देख पाती तो समझ पाती,
की इस बेबसी को कहा छुपा पाता हूं।
छलक जाता है दर्द आखो से कभी,
पर मैं खामोश भी कहा रह पाता हूं।
कहना तो बहुत कुछ चाहता हु तुझसे,
पर कह कहा पाता हूं....................।
लिए फिरता हूँ एक समुन्दर इन आँखों में,
पर रो लू जी भर के ऐसा भी कहा कर पाता हूं।
मुमकिन नही था जीना तेरे बगैर,
मगर मजबूर हु मैं मर भी कहा पाता हूं।
जीना है तेरे बगैर ये सच है,
पर एक पल भी कहा रह पाता हूं।
कहना तो बहुत कुछ चाहता हु तुझसे,
पर कह कहा पाता हूं.....................।
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