तू वो सपना मेरा जिसकी चाहत मुझे हर नीद मे आती ।।
तू वो ख्याल मेरा जिसकी याद हर ख्याल मे आती.
वो मुस्कान तुम मेरी, जो हर ग़म भुला देती
वो इबादत तू मेरी जो तुझमे रब से मिला देती.
वो बारिश तू मेरी, हर आंसू को बहा देती.
तुझ बिन जीना है ये तो पता है
पर तेरा एक पल मेरी हर तन्हाई भुला देती.
दूर हो चाहे कितना भी तुम मुझसे,
पर हर पल तेरे पास होने का अह्सास दिलाती.
सुबह से दिन और दिन से रात मेरी
ये सब तुझे और तुमको ही बुलाती.
हो जरूरी तुम मेरी इस रूह के लिए
चाहे तुम किसी भी रिश्ते से पास आती.
पता है मजबूरी तुम्हारी.... मुझ से भी बड़ी,
वर्ना तुम भी बिन मेरे ख्याल के कहा सो पाती.
रहोगी तुम मेरी इबादत, जिन्दगी भर.....
ये मैं नहीं मेरी धड़कन कह जाती.
कितने मजबूर हो गए है हम,
कभी तेरी आंखे तो कभी मेरी आंखे कह जाती.
कोशिस कर ली तुमने भी मैंने भी बहुत,
ना मैं बिन तेरे साथ के रह पाता ना तुम रह पाती.
कितना सुंदर और पवित्र से तेरा मेरा रिश्ता,
फिर भी ये दुनिया ना तेरी मजबूरी समझ पाती.
ये दोस्त तू डर मत कुछ नहीं होगा,
हम भी साथ रहेंगे राधा - कृष्णा की भांति.
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ReplyDeleteBeautiful
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