हर खुशी तुझ से, हर रौनक भी तुझ से है शामिल.
जिस तरह निभा रही है साथ तुम,
हाँ ! जानता हूं ये बहुत मुस्किल है.
बेहिसाब कोशिश किए जा रहे हो,
ना जाने किस किस तरह से निभा रहे हो.
अपनी परेशानियां कहीं छुपा कर,
मेरे साथ खुशी से चले जा रहे हो !
किस तरह से चुकायूं ये हिसाब मैं,
मुझ मेँ होकर मुझ अधूरे को पूरे करे जा रहे हो.
6 Comments
nice
ReplyDeleteआभार आपका
DeleteBeautiful 👌
ReplyDeleteआपका आभार 🙏
DeleteMay I know who are you..?
ReplyDeleteहाँ क्यु नहीं.. 🙏
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