MAKE IN INDIA



आज एक तरफ जहां सारे देश corona महामारी से लड़ रहे हे,दूसरी तरफ गिरती अर्थव्यवस्था की भी परेशानी हर देश को परेशान कर रहीं है. हमारा भारत भी इन्हीं सब परेशानी से जुझ रहा है, भारत मे भी जहाँ एक तरफ corona बढ़ता जा रहा हे दूसरी तरफ गिरती अर्थव्यवस्था और बड़ती बेरोजगारी और लोगों के रोजगार जाने की समस्या भी दिन पर दिन corona के बढ़ते केस की तरह होती जा रहीं है, इसलिये  हमारे  भारत की इस स्थिति जो समझते हुए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने एक नया नारा भारत को दिया, आत्मनिर्भर भारत. जी हाँ आत्मनिर्भर भारत, आज दो समस्या भारत मे सबसे चरम पर है एक तो corona और गिरती अर्थव्यवस्था एक तरफ
जहाँ corona की कोई वैक्सीन ना होने के कारण बस सावधानी ही एक मात्र उपाय है वहीं दूसरी समस्या गिरती अर्थव्यवस्था इसकी वैक्सीन हमको इस corona काल मे मिल गए है जिसका नाम है आत्मनिर्भर बनाना जी है इस गिरती अर्थव्यवस्था की सबसे कारगर वैक्सीन है आत्मनिर्भर बनाना और यह वैक्सीन Made in India है . आज के समय को देखते हुए अब आत्मनिर्भर भारत बनाने के ये शब्द को सिर्फ शब्द या एक नारा ही नहीं रहने देना बल्कि इसको अब जमीन पर उतारना बहुत जरूरी है वो भी पूरी  ईमानदारी और देशभक्ति के साथ निभाना होगा. 


क्यु जरूरी है आत्मनिर्भर भारत का निर्माण
1-आज इस corona के काल मे  समझ गए है की भारत का स्वदेशी और आत्मनिर्भर बनना बहुत आवश्यक अगर ऐसे स्थिति फिर कभी आती है तो हमे फिर से इस तरह दूसरे देशों पर निर्भर नहीं होना होगा. 

2-   देश को फिर से गुलाम बनने से रोकना यहां मे देश की गुलामी से मतलब अंग्रेजो और मुग़लों वाली गुलामी से नहीं यहाँ गुलामी का मतलब है कि दूसरे देशों पर हद से ज्यादा निर्भर रहना, उनकी संस्कृति को और सीखते सीखते अपनी संस्कृति और शिक्षा को खत्म करना अपने देश की शक्ति को खत्म करके उनकी संस्कृति के गुलामी.
3- कुछ देश जिनमे चाइना खासकर (China) जिस पर हम इस तरह निर्भर हो गए कि हम खुद क्या कर सकते  भूल गए और चाइना  पे हम इस तरह निर्भर हो गए कि हमको पता ही नहीं लगा कि कब चाइना कंपनियों ने हमारे सारे सेक्टर जैसे इलेक्ट्रॉनिक मे मोबाइल व्यापार मे चाइना की भारत मे इलेक्ट्रॉनिक, मेडिकल, toys, मोबाइल, होम अप्लाएंग प्रोडक्ट इन सब पर क़ब्ज़ा  कल को भविश्य देखे तो अगर इस तरह से चाइना कि कंपनिया हमारे बाजार और अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनता जा रहा है तो वो दिन दूर नहीं की भारत अर्थिक और सामाजिक रूप से गुलाम हो जाएगा. 

आज के समय मे चाइना की हमारे बाजार और भारत मे स्थिति. 
जिस तरह चाइना कंपनियों की हिस्सेदारी हमारे बाजार में बड़ती जा रहीं है यह बहुत खतरनाक स्थिति है आज भारत मे हर छोटे से बड़े समान का उत्पादन चाइना कंपनियों के द्वारा ही किया जा रहा है. 

1-   इन्टरनेट एप्लिकेशन : आज भारत मे लगभग 45 करोड़ लोग स्मार्टफोन उपयोग करते है. जिसमे से लगभग 66% लोगों के फोन मे कोई ना कोई चाइना की application है .जिसे हम अपने फोन से हटा सकते हैं. यह कोई मुस्किल भी नहीं है. 

2- होम अप्लाएंग प्रोडक्ट = इसका बाजार भारत मे लगभग 45 हजार करोड़ रुपये का है, जिसमे चाइना  कंपनियां की हस्सेदारी  लगभग 10 से 12 % है जिसका विकल्प हम   ढूंढ सकते हैं.  अपने Make In  India के अंदर.                

3- ऑटोमोबाइल कल पुर्जों मे हिस्सेदारी : भारत मे ऑटोमोबाइल कल पुर्जों की बाजार लगभग 4.27 करोड़ है. जिसमें चाइना की हिस्सेदारी लगभग 26% है. 

4- टेलीकॉम कंपनियां के समान : टेलीकॉम क्षेत्र मे भारत मे बाजार 12000 करोड़ का है जिसमें चाइना की हिस्सेदारी 25 % है. 

5- फार्मा मे चाइना की हिस्सेदारी =इसका बाजार भारत मे लगभग 15000 करोड़ है. जिसमे लगभग 60% चाइना कंपनियां की हिस्सेदारी है. 

6- टेलीविजन  : इसका बाजार भारत  मे लगभग 42% है. जिसमे 42 से 45 %, हिस्सेदारी चाइना की है. 

7- सौर ऊर्जा : इसका बाजार भारत मे 37916 है जिसमे चाइना की हिस्सेदारी 90% है. 

8- स्मार्टफोन : स्मार्टफोन का भारत सबसे बड़ा बाजार है और चाइना की हिस्सेदारी इस बाजार 72% 

 अगर चाइना जैसे देश को पीछे करना है तो जरूरी है कि हम आत्मनिर्भर बने हर क्षेत्र मे शिक्षा, मेडिकल, टेक्नोलॉजी, और हमको अपने देश में स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देना होगा और कोशिश करनी होगी कि स्वदेशी हो अपनाए तभी हम अपने देश और अपने लोगों का विकास कर सकते हैं.मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं क्या और कैसे करें.China जैसे देश ने सभी देशों मे अपना एक स्थान बना लिया है और आज के समय मे चाइना हर देश की जरूरत बन गया है ना चाहते हुए भी चाइना पर सब निर्भर है. इसका कारण यह है कि पिछले 15 साल मे चाइना ने अपने देश मे एक आन्दोलन ही कह सकते चलाया की हर छोटी बड़ी चीज हम ही बनाएंगे और उनकी देश के लोगों ने उसे बहुत गम्भीरता से लेते हुए तन मन से काम का विस्तार हर क्षेत्र मे किया. जिसे China की अर्थव्यवस्था के साथ साथ वहां के लोगों की भी स्थिति मजबूत हुई और होती जा रहीं हर क्षेत्र मे
 हाँ हम मानते है कि boycott चाइना products की शुरूवात करनी होगी ये कोई एक दिन मैं सम्भव नहीं क्युकी अगर हम ऐसा करते तो देश और देश के लोगों पर बहुत अर्थिक बोझ पड़ेगा क्युकी कई सालो से हम चाइना पर ही निर्भर है. इसकी शुरुआत हमने करनी होगी. अपने manufacturing को सुरु करके make in india को सहारा दे कर, हर ऐसे चीज जो हम भारत मे बना सकते उसका विस्तार करके, अगर आत्मनिर्भर के इस मंत्र को हम सबने अपने जीवन मे उतार लिया तो कुछ वर्ष मे हम चाइना पर निर्भर होना छोड़ पाएंगे धीरे धीरे चाइना के प्रोडक्ट की जगह अपने देश के प्रोडक्ट का इस्तेमाल और उनकी निर्माण सुरु करना होगा.

आज यह सवाल भी उठ रहे की अगर चाइना से नहीं ले तो किससे ले

इस पर हम यह कर सकते कि जितना हो सके Made in India के products इस्तेमाल करे, यहां पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी हमारी गवर्नमेंट की है कि वह छोटे छोटे उद्योगों को सुरु कराए, उनका सहयोग करे अर्थिक और उनका स्किल्स लेबल बढ़ाए छोटे छोटे उद्योगी कार्यक्रम चलाए. 

2- हमारी शिक्षा की प्रणाली को भी सुधार की जरूरत है गवर्नमेंट को यह सुधार करना होगा कि हमारी बेसिक शिक्षा मे टेक्नोलॉजी और कौशल की शिक्षा को भी सम्मिलित करना होगा जिसे हमारे बच्चों मे शुरूवात से ही कुछ करने था बनाने का एक आत्मविश्वास आए.क्युकी अगर हमको आत्मनिर्भर बनाना है तो जरूरी है कि ऐसे शिक्षा भी हमारे कोर्स मे शुरुआत से सम्मिलित हो जो आगे जा कर हमारी व्यावसायिक क्षेत्र पर मदद करे.

3- गवर्नमेंट को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि जो समान भारत मे बने उसकी गुड़वता और प्राइस अच्छा हो जो China के समान से अच्छा और सस्ता हो इससे लोगों का विस्वास हमारे स्वदेशी पर बढ़ेगा और निर्माण करने वाले उद्योगों की भी जिम्मेदारी की वह उच्च क्वालिटी का समान बनाये . अगर समान भारत मे बने सस्ता और अच्छा बने तो बहुत कम समय मे हम चाइना प्रोडक्ट का पूर्ण बहिष्कार कर पायेंगे .

क्या अभी से हम कुछ ऐसे शुरूवात कर सकते जिससे चाइना जैसे देश को पता लगे कि भारत की उसके विकास मे कितनी अहम भूमिका है :


जिस तरह China आज अपनी निर्माण के बल पर भारत को आँख दिखा रहा और भारत के लोगों के पैसे से ही भारत पर युद्ध करने की स्थिति बना रहा तो जरूरी है कि हम भी China को अर्थिक रूप से कमजोर कर  देश की सुरक्षा मे सहयोग करे यह जिम्मेदारी केवल हमारे सैनिको की ही नहीं देश के प्रत्येक नागरिक की है चाहे वह किसी धर्म या वर्ग से हो बड़ा हो या बच्चा . समय आ गया कि अब हम चाइना के समान का धीरे-धीरे बहिष्कार कर अपने स्वदेशी को अपनाने का अभियान सुरू करे जिस तरह महात्मा गांधी ने एक स्वदेशी आंदोलन अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ चला कर उन्हें झुका दिया था और लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान जय किसान का नारे से हर किसान और जवान को एक नए उर्जा देते हुए हमारे दुश्मनों के छके छुड़ा दिए साथ ही विश्व को दिखा दिया कि भारत का नागरिक अगर चाहे तो नामुमकिन को भी मुमकिन कर सकता है. आज वही मौका हमको मिला है देश और अपने लोगों के लिए कुछ करने का तो हम सबको मिल कर य़ह करना होगा राजनीति और धर्म से उप्पर उठ कर. हम सबका एक ही नारा हम सब मिल कर बनाएंगे आत्मनिर्भर भारत हमारा.. 
बिल्कुल हम इसकी शुरुआत कर सकते है हम जानते कि अचानक से चाइना प्रोडक्ट बंद की हम शुरूवात नहीं कर सकते तो हमने इसके लिए दो चरणों मे कर सकते है. हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर.
 


सॉफ्टवेयर : इस चरण मे हम चाइना के सभी ऐसे प्रोडक्ट को एक से दो महिनों मे बहिष्कार कर सकते है जो क्युकी इससे हमारी अर्थिक और समाजिक स्थिति पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा बल्कि सामाजिक रूप से और शिक्षा के रूप मे हम मजबूत होंगे हमको अपने मोबाइल, लेपटोप और डिजिटल दुनिया के ऐसे सभी application जो चाइना से operate होते  या Made in China उनको बंद करना होगा और इन सब को करने मैं हमको कोई ज्यादा समय नहीं लगेगा और इससे नहीं कोई अर्थिक नुकसान देश को होगा और इनके दूसरे विकल्प भी आसानी से हमको मिल जाएंगे. तो आज से ही एसे application जो आपके लिए जरूरी नहीं तो ऐसे  application को बंद करे. इससे देश और समाज को सहयोग करे अब समय आ गया है कि हम सब अपने थोड़े से स्वार्थ से उप्पर उठे और ये entertainment के नाम पर जो भी चाइना application आपके मोबाइल लेपटोप पर है इनको Uninstall करे ये आपका  देश के लिए सहयोग होगा. अगर आपके मन मे ये ख्याल आ रहा हमारे एक से करने से क्या होगा तो आप एक बार यह सोच लेना जिस आजाद भारत मे आज और हम है कभी इसकी आजादी और स्वदेशी के लिए हमारे कितने वीरसपूतों ने अपना जीवन दे दिया. महात्मा गांधी ने अफ्रीका मे आंदोलन की शुरूआत अकेले ही की थी. देश के लिए करने का मौका है जब चाइना का बहिष्कार होगा तभी कुछ नए और चल रहे made in इंडिया सॉफ्टवेयर और applications आगे आएँगी. देश के लिए सोचो और चाइना application का बहिष्कार करे 

हार्डवेयर स्टेज : इस स्टेज मे हमको दिन पर दिन चाइना के प्रोडक्ट की जगह अपने स्वदेशी प्रोडक्ट को उपयोग मे लाना होगा इस तरह कुछ वर्षो में स्वदेशी का उत्पादन भी बढ़ेगा और देश मे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और जो कंपनियां अभी चाइना मे जाकर उत्पादन कर रहीं है उनको भारत मे आना मजबूरी हो जाएगी क्युकी corona के बाद से चाइना के बाद अब भारत विकल्प बनके विश्व के सामने आया है. भारत मे हुनर और मेहनत की कोई कमी नहीं है जरूरत है तो बस एक दिशा और Government के सहयोग की.

हम सबका एक ही नारा हम सब मिल कर बनाएंगे आत्मनिर्भर भारत हमारा..  

Post a Comment

1 Comments