ये राखी फिर रुलायेगी, फिर मेरी याद लौट आयेगी।।


ये राखी फिर रुलायेगी,
फिर मेरी याद लौट आयेगी।।
जो दर्द हर दिन दबा रहता दिल मे,
वो याद आंसू के रस्ते आयेगी।।
ये राखी फिर रुलायेगी।।।

याद आयेगा फिर से वो वादा मेरा,
जो कर ना सका पूरा वो इरादा मेरा।।
जिसकी हर मोड़ पर साथ देने का वादा मेरा,
वो पूरा ना कर पाया को वादा मेरा।।
जिक्र नहीं फिर से तेरा जरूर होगा,
तुम सही होगे जहां भी ये दुआ होगी।।
ये राखी फिर रुलायेगी फिर से याद आंसू मे झलक जायेगी।।

काश की इस रखी तुम कहीं से लौट आओ,
कहा हैं मेरा सगुन इसके लिए लड़ जाओ।।
हाथ पहले आगे कर कलाई मे तेरी राखी तो बांधू,
इतना कह कर मुझे राखी पहनावो।।
इस बार भी इन्तज़ार इसी बात का रहेगा,
आकर सबको खुश कर जाओ।।
सुन फरियाद खुदा इसे सच कर जाये।
इस राखी आंसू तो आए पर तुमसे मिलने के आए।
इस बार की राखी खुशी के पल से रुलाए।।

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