किसी की अधूरी मोहब्बत और आंसुओ की जुबानी हूं,
पुरी होते होते रह जो गई मैं वो अधूरी कहानी हूं..!!
किस्से तो मेरे भी बहुत हुऐ इस अधुरी कहानी मे,
बस मशहूर ना हुए मैं वो कुर्बानी हुं।।
बारिश तो बहुत तेज़ थी सफर मे तुफानों के साथ,
हम फिर भी कोरे रह गए अधूरे हालातों के साथ।।
लोगों को बताया की हम बारिश और तुफान से होकर आए,
लोग भी हंसने लगे देख मेरे लिफाज के साथ ।।
किसी की अधूरी मोहब्बत और आंसुओ की जुबानी हूं,
पुरी होते होते रह जो गई मैं वो अधूरी कहानी हूं..!!
मै हूं वो अधूरा ख्वाब जो किसी के ख़्वाब मे भी ना था,
मैं था तो जज्बात जो किसी दिल में नहीं था।।
अधूरा ही रहा मेरा मिलना और बिछड़ना,
कहानी का अधूरा हिस्सा ही था मेरा जुड़ना।।
अधूरा ही सही पर था वो भी पल,
आज जो नही संग वो कभी था कल।।
कल में ही रहना मेरी ख्वाइश ही रह गईं,
उनसे मिलना मेरा अधुरी कहानी ही बन गई।।
अब कहा से करू इस कहानी को पुरा,
ये कहानी बस अधुरी कहानी ही रह गईं...
किसी की अधूरी मोहब्बत और आंसुओ की जुबानी हूं,
पुरी होते होते रह जो गई मैं वो अधूरी कहानी हूं..!!
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